MUKESH HISSARIYA,PATNA

Monday, September 28, 2009

समय बदल गया ,

जय माता दी,
१९८७ में ४५०/- प्रति महीने की नौकरी से जिन्दगी सुरु करने से लेकर आज तक मैंने जिन्दगी में कई उतार चराओ देखें हैं.मैं ये तो नही कह सकता की मैंने ही सबसे ज्यादा बुरे दिन देखें हैं लेकिन इतना तय है मैंने समय को आदमी को और दोनों को एक साथ करीब से बदलते देखा है .
शुरुआती दिनों में जब मैं संगर्ष कर रहा था तो कई लोगों ने ऐसे मदद की जिसे मैं जिन्दगी भर नही भूल सकता हूँ .भूल सकता हूँ तो उनलोगों को जो आज कुछ मुकाम हासिल करने के बाद हम जैसे लोगों को भूल चुकें हैं.हालाँकि उसमे उनका कोई दोस नही है समय का दोस है समय बदल गया आदमी बदल गया .जो लोग आज मुकाम पाने के बाद भी हम जैसे नादाँ को नही भूले हैं उसमे समय का कंही से भी दोस नही है क्योंकि समय बदल भी गया फिर भी आदमी नही बदला .ऐसे नही बदलने वाले लोगों को मेरा सलाम.भगवान मुझे भी इतनी शक्ति दें ताकि ता उम्र मैं भी न बदलून.
एक massage आप से शेयर करना चाहता हूँ.
FRIENDS R LIKE SKETCH PENS THEY COLOR YOUR LIVES....I MAY NOT BE YOUR FAVOURITE COLOR BUT U WILL NEED ME SOME DAY TO COMPLETE YOUR PICTURE.

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